तभी ट्रेन के आने का संकेत देखकर चायवाला अपने काम में लग गया| रात को जब वह चायवाला वापिस स्टेशन पर आया तो देखा की बुजुर्ग दंपत्ति अभी भी उसी जगह बैठे हैं| वो उन्हें देखकर सोच में पड़ गया| देर रात तक उन्हें वहीँ बैठा देखकर चायवाला उनके पास गया और पुछा " बाबा! आप सुबह से यहाँ क्या कर रहे हैं? आपको कहाँ जाना है?" बुजुर्ग पति ने जेब से कागज़ का एक टुकड़ा निकल कर चायवाले को देते हुए कहा "बेटा! हम दोनों को पढ़ना लिखना नहीं आता, इस कागज़ में बड़े बेटे का पता लिखा है | मेरे छोटे बेटे ने कहा था - अगर भैया आपको लेने ना आ पाए तो किसी को भी ये पता बता देना, वो आपको सही जगह पँहुचा देगा|" चायवाले ने उत्सुकतावश जब कागज़ खोला, तो उसके होश उड़ गए और आँखों से अश्रुधारा बहने लगी| उसमें लिखा था - कृपया आप इन दोनों को किसी वृद्धाश्रम में भर्ती करा दीजिए| आपकी बहुत बहुत मेहरबानी होगी|
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बुजुर्ग दंपत्ति
तभी ट्रेन के आने का संकेत देखकर चायवाला अपने काम में लग गया| रात को जब वह चायवाला वापिस स्टेशन पर आया तो देखा की बुजुर्ग दंपत्ति अभी भी उसी जगह बैठे हैं| वो उन्हें देखकर सोच में पड़ गया| देर रात तक उन्हें वहीँ बैठा देखकर चायवाला उनके पास गया और पुछा " बाबा! आप सुबह से यहाँ क्या कर रहे हैं? आपको कहाँ जाना है?" बुजुर्ग पति ने जेब से कागज़ का एक टुकड़ा निकल कर चायवाले को देते हुए कहा "बेटा! हम दोनों को पढ़ना लिखना नहीं आता, इस कागज़ में बड़े बेटे का पता लिखा है | मेरे छोटे बेटे ने कहा था - अगर भैया आपको लेने ना आ पाए तो किसी को भी ये पता बता देना, वो आपको सही जगह पँहुचा देगा|" चायवाले ने उत्सुकतावश जब कागज़ खोला, तो उसके होश उड़ गए और आँखों से अश्रुधारा बहने लगी| उसमें लिखा था - कृपया आप इन दोनों को किसी वृद्धाश्रम में भर्ती करा दीजिए| आपकी बहुत बहुत मेहरबानी होगी|